MAA
माँ , ये कोइ ऐसा रिश्ता है हि नही जिसे व्यक्त किया जाए. अगर किसी को प्रेम का अर्थ भी समझना हो तो माँ से बेहतर कोई नहीं समझा सकता। हर रिश्ते को बिना शर्त के कैसे निभाए ये सिखना पड़ता है मगर यही एक रिश्ता है जो होता ही बिना शर्त के है माँ से चाहे हमारे विचार न मिले या वो हमपे कितना भी गुस्सा करे एक सच है जिसे आप झुठला नहीं सकते की पूरी दुनिया में माँ से ज्यादा आपसे कोई प्यार नहीं करता है और अगर ऐसा कोई भी वक़्त आया जब लोग आपके साथ न हो तो माँ आपके साथ जरूर होती है। हां कंही कभी वो बोल नहीं पाती अपनी बात रख नहीं पाती तो भी मन से वो हमेसा अपने बच्चो का खुशिया ही सोचती है. सबको एक बहुत बड़ी ग़लतफहमी है. आपको भी है क्या? की माँ बस वही है जो आपको जन्म देती है. नहीं माँ हर वो इंसान है जिसमे ममता है, मैंने यह इंसान इसलिए बोले की जरूरी नहीं जिससे आपको वो ममता मिले वो कोई महिला ही हो जैसे आप कि माँ , वो आपके पापा या भाई भी हो सकते है. कितने लोगो की दुनिया में एक ही है जो उसके माँ और पापा दोनों है, तो कोई अपनी मामी, चाची या मासी से ज्यादा जुड़ाव रखता है. अगर आपकी माँ नहीं है या आपको अ