Posts

Showing posts from May, 2021

नियत को सच्ची रखकर बस आगे बढ़ना राह बना देगा वो, उसपर भरोसा रखना

खुद के साथ आज हुई एक बात है   क्यों हंस - हंस  के हो जाती उदास है   लोग समझते  नहीं,  कैसे समझाऊ दर्द जो लोगो का है,  उसे कैसे मिटाऊं मन में आता बस यही सवाल है  प्रेम, उम्मीद, और सयंम  की डोर उठाओ   जिद्दी है ये जमाना तो तुम भी जिद्द दिखाओ नियत को सच्ची रखकर बस तुम आगे बढ़ना राह  बना देगा वो, उसपर  भरोसा रखना उसपर  भरोसा  रखना कोशिश  करो बार -बार   की जब तक है ये सांस-सांस अंजाम की न रखो आस अगर हो भी जाए कभी  हार   मंजिल नहीं सफर मान के  चलते जाना   नियत को सच्ची रखकर बस तुम आगे बढ़ना राह  बना देगा वो, उसपर  भरोसा रखना उसपर  भरोसा  रखना   लोगो की बाते जब चुभने लगे   शब्द  हटाकर उसको भावनाओ में तौलना   कदमो को कोई तुम्हारे जब रोके सोच को बस आगे बढ़ाना इन्तजार करना सब्र के साथ कुछ कहना नहीं जुबान से   करना न कोई भी सवाल नियत को सच्ची रखकर बस तुम आगे बढ़ना राह  बना देगा वो, उसपर  भरोसा रखना उसपर  भरोसा  रखना   भरोसे को ताकत बनाओ कोई कितना भी तोड़े लोगो को दिल में बसाओ ,कितने भी छोड़े खुद की पहचान बस आईने को दिखाना दिल की बाते कहना दुनिया को मत सुनाना आँसू निकले तो रोना भी चिल्लाना भी मगर   मगर